अभ्यार्थी को नामांकन भरते समय देनी होगी अपने सोशल नेटवर्किंग साईट की जानकारी
एम.सी.एम.सी. समिति रखेगी सोशल मीडिया साईट पर निगरानी
खंडवा -(29 अक्टूबर 2013)- विधानसभा निर्वाचन 2013 के लिये नामांकन फार्म दाखिल करने के साथ अभ्यार्थियों को शपथ पत्र के साथ इस बार अपने सोशल नेटवर्किंग साईट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि की जानकारी देने के साथ अपने ईमेल आई.डी. व नेटवर्किंग साईट्स के अकाउंट बताना होगा। अभ्यार्थी यदि यू-ट्यूब पर कोई कंटेट अपलोड कर रहे है तो इसकी भी पूर्वानुमति जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति (एम.सी.एम.सी.) से लेनी होगी।
एम.सी.एम.सी. समिति भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार यह सुनिश्चित करेगी कि, अभ्यार्थी कही आनलाईन संवाद में आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन तो नहीं कर रहा है। यदि कोई उम्मीद्वार अपने चुनाव प्रचार के लिये सोशल नेटवर्किंग का उपयोग करना चाहता है तो उसे समिति से वेरीफिकेशन कराकर अनुमति प्राप्त करनी होगी। समिति यह देखेगी कि, पोस्ट की जाने वाली सामग्री आपत्तिजनक तो नही है। पोस्ट की गई सामग्री का व्यय भी चुनावी व्यय में शामिल किया जायेगा।
यदि उम्मीद्वार कोई पोस्ट करता है। जो बगैर अनुमति होकर आपत्तिजनक है तो यह आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन का मामला बनेगा, और ऐसा खर्च भी चुनावी खर्च में सम्मिलित होगा। जिला निर्वाचन कार्यालय के एम.सी.एम.सी. समिति ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखने की पूरी तैयारी कर ली है। जैसे ही अभ्यार्थी अपने नामांकन पत्र दाखिल करेगें उनकी साईटस पर सतत् निगरानी रखी जायेगी।
क्रमांकः 92/2013/1143/वर्मा
एम.सी.एम.सी. समिति रखेगी सोशल मीडिया साईट पर निगरानी
खंडवा -(29 अक्टूबर 2013)- विधानसभा निर्वाचन 2013 के लिये नामांकन फार्म दाखिल करने के साथ अभ्यार्थियों को शपथ पत्र के साथ इस बार अपने सोशल नेटवर्किंग साईट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर आदि की जानकारी देने के साथ अपने ईमेल आई.डी. व नेटवर्किंग साईट्स के अकाउंट बताना होगा। अभ्यार्थी यदि यू-ट्यूब पर कोई कंटेट अपलोड कर रहे है तो इसकी भी पूर्वानुमति जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति (एम.सी.एम.सी.) से लेनी होगी।
एम.सी.एम.सी. समिति भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार यह सुनिश्चित करेगी कि, अभ्यार्थी कही आनलाईन संवाद में आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन तो नहीं कर रहा है। यदि कोई उम्मीद्वार अपने चुनाव प्रचार के लिये सोशल नेटवर्किंग का उपयोग करना चाहता है तो उसे समिति से वेरीफिकेशन कराकर अनुमति प्राप्त करनी होगी। समिति यह देखेगी कि, पोस्ट की जाने वाली सामग्री आपत्तिजनक तो नही है। पोस्ट की गई सामग्री का व्यय भी चुनावी व्यय में शामिल किया जायेगा।
यदि उम्मीद्वार कोई पोस्ट करता है। जो बगैर अनुमति होकर आपत्तिजनक है तो यह आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन का मामला बनेगा, और ऐसा खर्च भी चुनावी खर्च में सम्मिलित होगा। जिला निर्वाचन कार्यालय के एम.सी.एम.सी. समिति ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखने की पूरी तैयारी कर ली है। जैसे ही अभ्यार्थी अपने नामांकन पत्र दाखिल करेगें उनकी साईटस पर सतत् निगरानी रखी जायेगी।
क्रमांकः 92/2013/1143/वर्मा
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